startupkhabar
  • News
  • Startup khabar
  • Startup Stories
  • Business
  • Tech
  • Contact Us
  • About Us
No Result
View All Result
  • News
  • Startup khabar
  • Startup Stories
  • Business
  • Tech
  • Contact Us
  • About Us
No Result
View All Result
startupkhabar
No Result
View All Result
Home Business

जानिए किस तरह एक महाराष्ट्र  कि घरेलू महिला ने खङा किया अपना बिजनेस

उनके पति का हार्ट अटैक से निधन हो गया. हमेशा घर-परिवार के साए में रहनवाली मीरा पर अचानक जिम्मेदारियों का बोझ आ गया.

Arti Jha by Arti Jha
March 27, 2021
in Business, News, Startup khabar, Startup Stories
0 0
0
जानिए किस तरह एक महाराष्ट्र  कि घरेलू महिला ने खङा किया अपना बिजनेस
Share on FacebookShare on Twitter

 

ये तो हम सभी जानते हैं वक्त किसका कब बदल जाए पता नहीं चलता। यह हमारी अपनी मेहनत की बात होती है अगर हम मेहनत करे तो दिन दुगनी रात चौगुनी भी नहीं कर सकते हैं अगर हम मेहनत नहीं करते हैं तो सड़क पर भीख ही मांग सकते हैं। आज हम एक ऐसी महिला के बारे में बता रहे हैं जो अपने बलबूते पर एक बिजनेस वूमेन बनी।

RelatedPosts

“शेयर बाजार कोई रॉकेट साइंस नहीं है।” – श्री मनीष शर्मा, यामाशा वेंचर लिमिटेड के संस्थापक

जाने दो दोस्तों की कहानी जिसने बिजनेस से किया 4.4 करोड़ का टर्नओवर

दिल्ली में AAP सरकार को समर्थन देने के लिए ‘काम की चाय’ अभियान का प्रफुल बिलोर ने किया आयोजन

महाराष्ट्र के सतारा जिले की रहनेवाली मीरा गुजर की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. वक़्त और हालात से लड़कर मीरा ने ना सिर्फ अपने परिवार को बिखरने से बचाया, बल्कि पुरुषों के व्यवसाय में अपना परचम लहराया।आज मीरा एक सफल उद्दमी हैं और उनके संघर्ष की कहानी जानकर कोई भी प्रेरित हुए बिना नहीं रह सकता है।

.

आपको बता दें कि जब मीरा सिर्फ 19 साल की थीं जब 1985 में उसकी शादी मिलिंद से हुआ था।

तब मीरा बहुत कम उम्र की थी और कम उम्र में ही शादी भी हो गई थी।कम ऊम्र में ही शादी हो जाने से वो अपनी पढाई पूरी नहीं कर पाई. उनका ससुराल संपन्न था और उनके पति उनका काफी ध्यान रखते थे. मीरा अपनी जिंदगी से काफी खुश थीं. शादी के एक साल बाद ही 1986 में उन्हें एक बेटी हुई और उसके दो साल बाद 1988 में उन्हें बेटा हुआ. मीरा का परिवार पूरा हो गया और जिंदगी की गाड़ी हँसते-मुस्कुराते आगे बढ़ने लगी. लेकिन मीरा की ये खुशी कुछ ही दिनों की मेहमान थी. समय ने करवट बदला और एक दिन एक ऐसा हादसा हुआ जिसके बाद उनकी जिंदगी हमेशा के लिए बदल गई. अगस्त 1991 में उनके पति का हार्ट अटैक से निधन हो गया. हमेशा घर-परिवार के साए में रहनवाली मीरा पर अचानक जिम्मेदारियों का बोझ आ गया. उनके पति सीमेंट के बिज़नेस में थे लेकिन इसके बारे में उन्होंने मीरा से कभी ज्यादा बात नहीं की थी. दरअसल इस काम में महिलाओं की ना तो ज्यादा रूचि रही है और ना ही ये ऐसा काम था जिसके बारे में मीरा को जानने की ज़रूरत थी. लेकिन पति के निधन के बाद घर की पूरी ज़िम्मेदारी मीरा के कन्धों पर आ गई. मीरा महज़ 25 साल की थी जब मिलिंद उन्हें छोड़ कर चले गये. दो छोटे बच्चों की परवरिश और सास-ससुर की देखभाल के लिए पैसों की ज़रूरत थी. उनके रिश्तेदारों ने उनकी दूसरी शादी का प्रस्ताव रखा लेकिन मीरा इसके लिए तैयार नहीं थीं।

मीरा ने कहा है मेरे लिए मेरे पति की याद आई मेरी जिंदगी है मैं दूसरी शादी नहीं करना चाहती मैं उनके यादों के सहारे ही अपनी जिंदगी गुजार लूंगी।
मुझे तो बस इस बात की चिंता थी कि मैं बच्चों की परवरिश कैसे करुँगी. घर की ज़िम्मेदारी कैसे निभाउंगी. जल्दी शादी हो जाने के कारण मैं ग्रेजुएशन भी पूरा नहीं कर पाई. मैं जब बी.कॉम फर्स्ट इयर में थी तभी मेरी शादी हो गई. पति का भी ऐसा बिज़नेस था जिसके बारे में मुझे कुछ नहीं पता था. सीमेंट कॉन्ट्रैक्टर्स, डीलर्स और वर्कर्स के साथ काम करना बेहद चुनौतीपूर्ण और मुश्किल था. लेकिन घर चलाने के लिए कुछ ना कुछ तो करना था. इसलिए मैंने दूसरा व्यवसाय करने के बारे में सोचा.”

उसके बाद मीरा ने जब काम करने का फैसला किया तो कम उम्र और किसी भी व्यवसाय का तजुर्बा ना होना, ये दो सबसे बड़ी मुश्किलें थीं जिनसे उन्हें पार पाना था. शुरुआत में उन्होंने कंप्यूटर स्टेशनरी का काम किया, लेकिन इसमें उन्हें कामयाबी नहीं मिली. फिर उन्होंने कैंडल प्रोडक्शन का काम किया. कुछ दिनों तक ये ठीक-ठाक चला लेकिन इससे इतनी आमदनी नहीं होती थी की वो घर चला सकें. कैंडल बनाने के लिए ज़रूरी वैक्स को लेकर भी बाज़ार में कई तरह की दिक्कतें थीं. अब उनके सामने अपने पति का बिज़नेस सँभालने के अलावा कोई और विकल्प नहीं था. लेकिन दो छोटे बच्चों और घर की पूरी देखभाल के साथ सीमेंट का बिज़नेस करना बड़ी समस्या थी. इस दौर में मीरा को उनके सास-ससुर का पूरा सहयोग मिला और उन्होंने एक बार फिर इस काम को आगे बढ़ाने का फैसला किया. मीरा कहती हैं,

“मैंने घर के ही एक कमरे में ऑफिस शुरू किया. मैं साथ ही साथ थोडा बहुत कैंडल बनाने का भी काम करती थी. लेकिन घर और ऑफिस का काम उसपर दो छोटे बच्चों की ज़िम्मेदारी संभालना बहुत मुश्किल था. कभी लगता था काम में मदद के लिए किसी को रख लूँ लेकिन इतने पैसे नहीं थे कि मैं ये कर पाती. इस मुश्किल वक़्त में मुझे सास-ससुर का पूरा सहयोग मिला और मैं ईश्वर की शुक्रगुजार हूँ कि मुझे ऐसा ससुराल मिला.”

उसके बाद मीरा ने कहा जब किसी डीलर्स मीट या कांफ्रेंस में जाती तो पुरुषों की भीड़ में मैं अकेली महिला होती. शुरू-शुरू में मुझे ये सब करने में काफी हिचकिचाहट होती. लेकिन बिज़नेस को आगे बढ़ाने के लिए इसमें शामिल होना ज़रूरी था. आसपास के लोगों को भी काफी हैरानी होती. सबको यही लगता की आखिर इस बिज़नेस में मैं क्या कर रही हूँ. लेकिन मेरे ससुर ने कहा की लोगों को क्या पता हमें क्या तकलीफ है. इसलिए कौन क्या सोचता है और कौन क्या कहता है इसपर ध्यान देने की ज़रूरत नहीं है. वो मुझे हौसला देने के लिए मेरे साथ जाते थे.”

 

धीरे-धीरे समय गुज़रता गया और मीरा के हालात भी बदलने लगे. लोग क्या कहेंगे, समाज क्या कहेगा…इन सब सवालों को पीछे छोड़ते हुए मीरा ने अपनी पूरी लगन और मेहनत, अपने उद्दम को आगे बढ़ाने में लगा दिया. आखिर समय भी कब तक साथ नहीं देता. गुजरते वक़्त के साथ मीरा का तजुर्बा भी बढ़ता गया और उन्हें कामयाबी मिलने लगी. मीरा एक सफल उद्दमी बन गईं.

मीरा को उनके काम के लिए 2006 में महिला एवं बाल कल्याण समिति की तरफ से आदर्श महिला पुरस्कार से सम्मानित किया गया. 2008 में उन्हें स्वयंसिद्ध पुरस्कार और 2015 में रोटरी क्लब की ओर से व्यवसाय सेवा पुरस्कार से नवाज़ा गया. मीरा ने सफल उद्दमी बनने के साथ-साथ अपने परिवार की भी जिम्मेदारियां बखूबी निभाईं. उनकी बेटी की शादी हो गई है और उनका बेटा बिज़नेस में आज उनका साथ देता है।आज मीरा, सीमेंट का होलसेल और रिटेल दोनों बिज़नेस संभालती हैं. समय एक बार फिर बदल गया है।

Tags: Meerastartup ideastartup khabarstartup news in hindistartup storiesstartup storystartup story in hindi
ShareTweetShare
ADVERTISEMENT
Previous Post

15 बिलियन के मूल्यांकन में  600 मिलियन से अधिक जुटाने के लिए (Byju’s )बायजू की बातचीत

Next Post

तीन भाइयों की कहानी जिसने 84 हजार से बिजनेस शुरू कर खङा कीया 5 करोङ का सम्राज्य

Arti Jha

Arti Jha

Related Posts

Manish-Sharma
Startup Stories

“शेयर बाजार कोई रॉकेट साइंस नहीं है।” – श्री मनीष शर्मा, यामाशा वेंचर लिमिटेड के संस्थापक

July 29, 2022
जाने दो दोस्तों की कहानी जिसने बिजनेस से किया 4.4 करोड़ का टर्नओवर
Business

जाने दो दोस्तों की कहानी जिसने बिजनेस से किया 4.4 करोड़ का टर्नओवर

March 30, 2021
दिल्ली में AAP सरकार को समर्थन देने के लिए ‘काम की चाय’ अभियान का प्रफुल बिलोर ने किया आयोजन
Business

दिल्ली में AAP सरकार को समर्थन देने के लिए ‘काम की चाय’ अभियान का प्रफुल बिलोर ने किया आयोजन

March 30, 2021
आठवीं कक्षा में असफल त्रिशनीत अरोङा ने कैसे कमाए 19 साल की उम्र में 60000
Business

आठवीं कक्षा में असफल त्रिशनीत अरोङा ने कैसे कमाए 19 साल की उम्र में 60000

March 30, 2021
जानते है,MakeMyTrip के CEO दीप कारला की कहानी
Business

जानते है,MakeMyTrip के CEO दीप कारला की कहानी

March 27, 2021
तीन भाइयों की कहानी जिसने 84 हजार से बिजनेस शुरू कर खङा कीया 5 करोङ का सम्राज्य
Business

तीन भाइयों की कहानी जिसने 84 हजार से बिजनेस शुरू कर खङा कीया 5 करोङ का सम्राज्य

March 27, 2021
Next Post
तीन भाइयों की कहानी जिसने 84 हजार से बिजनेस शुरू कर खङा कीया 5 करोङ का सम्राज्य

तीन भाइयों की कहानी जिसने 84 हजार से बिजनेस शुरू कर खङा कीया 5 करोङ का सम्राज्य

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

  • prystn healthcare

    लोगों तक अपनी पहुँच बनाता prystn healthcare स्टार्टअप, जुटाए 12 मिलियन फंडिंग

    1 shares
    Share 0 Tweet 0
  • बेबी केयर स्टार्टअप MamaEarth कर रहा है अपना तेजी से विस्तार , जुटाए Sequoia Capital से 130 करोड़

    1 shares
    Share 0 Tweet 0
  • आफ्टर सेल सर्विस स्टार्टअप Onsitego ने जोडियस ग्रोथ फंड एवं एक्सेल पार्टनर्स के जरिये जुटाए 19 मिलियन डॉलर

    1 shares
    Share 0 Tweet 0
  • इंटरसिटी मोबिलिटी रेलयात्री बस सर्विस ने नंदन नीलकेणी और सैमसंग वेंचर्स इन्वेस्टमेंट के द्वारा जुटाए 100 करोड़ रुपये

    2 shares
    Share 0 Tweet 0
  • स्टूडेंट्स और वर्किंग प्रोफेशनल्स को घर से बाहर, घर जैसी सुविधा प्रदान करता हाउसिंग स्टार्टअप -stanza Living

    1 shares
    Share 0 Tweet 0
Manish-Sharma

“शेयर बाजार कोई रॉकेट साइंस नहीं है।” – श्री मनीष शर्मा, यामाशा वेंचर लिमिटेड के संस्थापक

July 29, 2022
जाने दो दोस्तों की कहानी जिसने बिजनेस से किया 4.4 करोड़ का टर्नओवर

जाने दो दोस्तों की कहानी जिसने बिजनेस से किया 4.4 करोड़ का टर्नओवर

March 30, 2021
दिल्ली में AAP सरकार को समर्थन देने के लिए ‘काम की चाय’ अभियान का प्रफुल बिलोर ने किया आयोजन

दिल्ली में AAP सरकार को समर्थन देने के लिए ‘काम की चाय’ अभियान का प्रफुल बिलोर ने किया आयोजन

March 30, 2021
startupkhabar

हर रोज नये -नये स्टार्टअप आईडिया सामने आ रहे हैं और हमारे सामने सफलता के कई उदाहरण भी है। किसी स्टार्टअप की सफलता के लिए एक अच्छे बिजनेस आईडिया और इसे हकीकत में बदलने के लिए अच्छी योजना की जरूरत होती है। इसी के साथ ही किसी स्टार्टअप को अपने विस्तार के लिए फंडिंग की भी जरूरत होती है।

Contact us for story and interview or advertisement rishi.chauhan2003@gmail.com

Recent News

Manish-Sharma

“शेयर बाजार कोई रॉकेट साइंस नहीं है।” – श्री मनीष शर्मा, यामाशा वेंचर लिमिटेड के संस्थापक

July 29, 2022
जाने दो दोस्तों की कहानी जिसने बिजनेस से किया 4.4 करोड़ का टर्नओवर

जाने दो दोस्तों की कहानी जिसने बिजनेस से किया 4.4 करोड़ का टर्नओवर

March 30, 2021
  • Home
  • About Us
  • Contact Us
  • Interview
  • Share Your Story
  • Terms of Use

© 2020 Startup Khabar

No Result
View All Result
  • News
  • Startup khabar
  • Startup Stories
  • Business
  • Tech
  • Contact Us
  • About Us

© 2020 Startup Khabar

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In