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दुनिया भर में फ़्री वेब होस्टिंग देने वाले बने भारत के पहले वेब होस्टिंग गुरु(GoogieHost): जाने, शून्य से शिखर तक का सफ़र!

हम बात कर रहे है दिग्गज कंपनी गूगीहोस्ट(GoogieHost) और यूस्टेबल(YouStable) के बारे में ।

बीते कुछ सालों से लोग वेब होस्टिंग सेवाओं में बढ़ती कीमतों और घटिया स्तर से बेहद परेशान है । वेब होस्टिंग की अहमियत का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि आज अगर आपको कोई व्यवसाय बनाना है तो केवल लोगो से मिलने से काम नही होगा । आपको व्यवहार बनाने के अलावा अपनी वेबसाइट भी प्रारम्भ कर लोगो तक पहुँचानी होगी जिससे आपका ज़्यादा से ज़्यादा मुनाफ़ा हो । व्यवसाय को छोड़ दीजिए तो ब्लॉगिंग की दुनिया मे जाने के लिए आपको वेब होस्टिंग कंपनियों को परखना ही होगा ।

googiehost

पिछले कुछ वर्षों में कुछ युवाओं ने प्रगति की राह पकड़ी है और नई कंपनियां खोल अपने अन्य साथियों को नौकरी की उपलब्धता कराई है । हम ऐसे ही दो युवाओं के बारे में आपको बताने जा रहे है जिन्होंने बेहद ही स्पर्धात्मक वेब होस्टिंग दुनियाँ में तहलका मचा रखा है ।

मिलिए गूगीहोस्ट (GoogieHost) और यूस्टेबल (YouStable) के संस्थापक और व्यवस्थापक श्री राजेश चौहान और श्री अमन सिंह जी से ।

गूगीहोस्ट की शुरुआत सन् 2011 में श्री राजेश जी द्वारा इस उद्देश्य से की गई थी की उभरते युवाओं और मध्यवर्गीय आमदनी वाली जनता के लिए एक मुफ्त वेब होस्टिंग की स्थापना की जाए जिससे वे पहले वेब होस्टिंग की दुनिया से रूबरू हो सके और तब अपनी गाढ़ी कमाई होस्टिंग में निवेश करें ।

शुरुआत करने से कुछ सालों के भीतर ही जनता ने गूगीहोस्ट को अविश्वसनीय प्यार दिया और इसे भारत मे प्रथम स्तरीय मुफ्त वेब होस्टिंग कंपनी बना दिया ।

Visit GoogieHost Now- https://googiehost.com/

ज़िन्दगी की कठिनाइयों का एहसास किसने नही किया है । जब राजेश सन् 2014 में जनता की मुसीबतों का समाधान निकालने में लगे थे, उसी वक्त दुर्भाग्यवश उनकी तबियत खराब हो गई जिससे उन्हें उबरने में 1 साल लग गए । पर उन्होंने हर नहीं मानी और 2015 में अपनी धाक जमाते हुए गूगीहोस्ट का नाम techradar पे गिनाया ।

दो बार बारहवीं फेल हुए और कॉल सेन्टर में काम किया!

किसी ने सही कहा है कि कोई काम बड़ा या छोटा नही होता है । अगर आपके ख़्वाब बड़े हो तो आप कुछ भी कर सकते है ।

आपको यकीन नही होगा कि श्री राजेश दो बार बारवी फेल होने के बाद हो उत्तीर्ण हुए है! उसके बाद बी.सी.ए. दूरस्थ शिक्षा (distance education) से हासिल की ।

सही है – “आपकी पहचान आपके कर्मों से होती है ना कि आपके अंकपत्र (मार्कशीट) से होती है ।”

इनकी सघर्ष की कड़ियाँ यही पर खत्म नही होती है । राजेश ने इसके कॉल सेंटर में १ साल तक नौकरी की । इसके बाद खुद की ब्लॉगिंग शुरू की और डिजिटल मार्केटिंग की दुनिया के बारे में सालो तक सीखा । 1 वर्ष के बाद अन्य कंपनी में श्री राजेश ने दो वर्षों तक वेबसाइट डेवलेपर की नौकरी की । दूसरे ही वर्ष में इनका स्वास्थ्य खराब हो गया और अपने मालिक से अवकाश की प्रार्थना की जिसे उन्होंने ठुकरा दिया ।

खराब तबियत ने राजेश को मजबूर कर दिया और उन्होंने नौकरी छोड़ दी । उन्होंने हार न मानते हुए गूगीहोस्ट पर दोबारा काम शुरू किया और १ ही वर्ष में उसे वापस से शिखर तक पहुचा दिया ।

निरंतर संघर्ष की और सफलता पाई

2016 वर्ष के संघर्ष के दर्मियान राजेश की मुलाकात महत्वाकांशी अमन सिंह से हुई ।

अमन सिंह भले ही अभी स्नातक की पढ़ाई कर रहे हो पर उनकी 4 सालो की अथक मेहनत देखकर राजेश चौहान भी कभी-कभी हैरान हो जाते है । 

Source: https://www.instagram.com/am.anwaa/

वैसे तो अमन और राजेश बहुत से ऑनलाइन प्राजेक्ट्स पर काम कर चुके लेकिन सबसे ज़्यादा सफल GoogieHost रहा है, इसके पीछे सबसे बड़ा कारण यह रहा की Googiehost का मक़सद पैसा कामना नही था बल्कि लोगों की website बनाने में मदद करना था।

और लोगों ने अपने प्यार और सहयोग से आज GoogieHost को इंडिया का #1 Free web hosting website बना दिया। आज गूगीहोस्ट को वेब होस्टिंग की दुनिया मे हर व्यक्ति जानता है ।s

राजेश की ही तरह अमन का भी मानना है की ज़िंदगी में सफल होने के लिए किसी डिग्री की ज़रूरत नही है, आपके अंदर कुछ करने की आग होनी चाहिए! अगर कुछ छोटे शब्दों में कहे तो “अगर आप सफल नहीं हुए तो कभी हार न मानें क्योंकि यह सीखने का आपका पहला प्रयास है

यूस्टेबल के साथ दी बेहद किफायती वेब होस्टिंग

एक अन्य परियोजना के साथ ही अपने ग्राहकों के कहने पर राजेश ने यूस्टेबल की स्थापना 2016 में की और दुनिया को दिखलाया की कम दरों में भी गुड़वत्ता से परिपूर्ण वेब होस्टिंग दी जा सकती है ।

हाथी को चलते देख श्वान हमेशा गुर्राते है पर हाथी कभी परेशान नही होता । अनेक लोगो के ताने सुनने को अपनी हंसी न लेकर उससे सबक लेते हुए राजेश और अमन ने दिखलाया है कि मेहनत करते रहो तो ईश्वर फल दिनों को मजबूर हो ही जाता है ।

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राजेश का सपना है कि वे युस्टेबल के माध्यम से सर्वजनों तक बेहतरीन वेब होस्टिंग पहुचा सकें । वहीं अमन सिंह का मानना है कि छोटे से छोटे वर्ग तक होस्टिंग पहुचे और ज़्यादा से ज़्यादा लोग ऑनलाइन अपना व्यवसाय बढ़ा सके, यह गूगीहोस्ट का एकमात्र इरादा है ।

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