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जानते हैं,सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी के बारे में

 

मुकेश अंबानी का जन्म 19 अप्रैल 1957 ईस्वी में हुआ था मुकेश अंबानी एक भारतीय उद्योगपति और रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष तथा प्रबंध निदेशक हैं।
मुकेश अंबानी भारत के सबसे अमीर व्यक्ति में गिने जाते हैं। इतना ही नहीं मुकेश अंबानी दुनिया के सबसे धनी व्यक्ति में भी शामिल है।

 

मुकेश अंबानी का रिलायंस इंडस्ट्रीज भारत में निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी तथा फोर्च्यून 500 कंपनी है। मुकेश अंबानी दुनिया की सबसे महंगी ज़ायदाद मुंबई के ‘एंटिल्ला’ में रहते हैं। ये तो हम सभी जानते हैं मुकेश अंबानी रिलायंस के संस्थापक स्वर्गीय धीरुभाई अम्बानी के पुत्र और ‘रिलायंस अनिल धीरुभाई अम्बानी ग्रुप’ के अध्यक्ष अनिल अम्बानी के बड़े भाई हैं।

मुकेश के रिलायंस इंडस्ट्रीज का कारोबार रिफाइनिंग, पेट्रोकेमिकल, तेल, गैस और रिटेल जैसे क्षेत्रों में काफी विकसित है ।

मुकेश अंबानी उद्योग-धन्देहे के साथ-साथ वे इंडियन प्रीमियर लीग (आई.पी.एल.) के अंतर्गत आने वाली क्रिकेट टीम मुंबई इंडियन्स ट्वेंटी-ट्वेंटी टीम के भी मालिक भी हैं।

मुकेश अंबानी भारत के प्रतिष्ठित प्रबंधन संस्थान ‘इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट बैंगलोर’ के बोर्ड के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।

 

मुकेश अंबानी की प्रारंभिक जीवन

मुकेश की शुरुआत ती शिक्षा मुंबई के पेद्दर रोड स्थित ‘हिल ग्रान्ज हाई स्कूल में हुआ था।यहाँ मुकेश के करीबी मित्र आनंद जैन उनके सहपाठी थे और इसी स्कूल में उनके छोटे भाई अनिल अम्बानी भी पढ़ते थे। मुकेश अम्बानी ने ‘इंस्टिट्यूट ऑफ़ केमिकल टेक्नोलॉजी, माटुंगा’ से केमिकल इंजीनियरिंग ऑफ़ बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग की डिग्री ग्रहण की। इसके पश्चात मुकेश ने एम.बी.ए. करने के लिए स्तान्फोर्ड विश्वविद्यालय में दाखिला लेने के एक साल बाद ही अपने पिता धीरुभाई अम्बानी की सहायता के लीऐ पढ़ाई छोड़कर वापस आ गए।

मुकेश अंबानी का कैरियर

आपको बता दें कि साल 1980 में जब इंदिरा गाँधी सरकार ने पी.एफ.वाई. का निर्माण निजी क्षेत्र के लिए खोला था । तब रिलायंस ने भी लाइसेंस के लिए अपनी दावेदारी पेश की और टाटा, बिड़ला और 43 अन्य दिग्गजों के बीच लाइसेंस पाने में कामयाबी हासिल कीया था।

पी.एफ.वाई कारखाने के निर्माण के लिए धीरुभाई अम्बानी ने मुकेश को एम.बी.ए. की पढ़ाई बीच में ही छोङकर आने के लीऐ कह दिया। तभी मुकेश अंबानी अपनी पढ़ाई छोड़कर भारत आ गए और कारखाने के निर्माण में लग गए।

मुकेश अम्बानी के नेतृत्व में ही रिलायंस ने भारत के सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनियों में से एक ‘रिलायंस इन्फोकॉम लिमिटेड’ (अब रिलायंस कम्युनिकेशन लिमिटेड) की स्थापना कीया।

आपको बता दे की मुकेश अंबानी ने जामनगर (गुजरात) में बुनियादी स्तर की विश्व की सबसे बड़ी पेट्रोलियम रिफायनरी की स्थापना करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाया है।

साल 2010 में इस रिफायनरी की क्षमता 660,000 बैरल प्रति दिन थी यानी 3 करोड़ 30 लाख टन प्रति वर्ष। लगभग 100000 करोड़ रुपयों के निवेश से बनी इस रिफायनरी में पेट्रोकेमिकल, पावर जेनरेशन, पोर्ट तथा सम्बंधित आधारभूत ढांचा है।

 

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक बार फिर ‘रिलायंस जिओ’ के माध्यम से दूरसंचार के क्षेत्र में कदम रखने जा रही है। इस बावत रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अनिल अम्बानी के रिलायंस कम्युनिकेशनन्स और सुनील मित्तल के एयरटेल के साथ उनके ढांचे के इस्तेमाल के लिए करार भी किया है। जून 2014 में रिलायंस के ए.जी.एम. के दौरान मुकेश अंबानी ने अगले 3 साल में 4G सेवाएं शुरू करने का ऐलान भी किया था और आज मुकेश अंबानी ने यह सभी सेवाएं शुरू भी कर दिया है।

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